
लक्ष्मी सहगल (Lakshmi Sahgal) का जन्म मद्रास प्रेसिडेंसी के मालाबार में 24 अक्टूबर 1914 को हुआ था | उनके पिता डा.स्वामीनाथन मद्रास हाई कोर्ट में वकील और माँ अम्मू स्वामीनाथन समाज सेवक थी | लक्ष्मी सहगल ने चेन्नई मेडिकल कॉलेज से 1937 में MBBS की उपाधि प्राप्त की | उन्होंने अपनी माँ की प्रेरणा से आजाद हिन्द फ़ौज में सेवा करने का निर्णय किया | 21 अक्टूबर 1945 को आजाद हिन्द फ़ौज के स्थापना दिवस पर उन्होंने जनसभा में भाषण दिया यधपि आजाद हिन्द फ़ौज भंग कर दी गयी है लेकिन उसका उद्देश्य अभी पूरा नही हुआ है |
1940 में अपने पति राव के साथ अनबन होने से वो भारत छोडकर सिंगापुर चली गयी | इसी दौरान उन्होंने आजाद हिन्द फ़ौज में प्रवेश लिया था | 1945 में उनको गिरफ्तार कर भारत भेज दिया गया जब वो आजाद हिन्द फ़ौज की तरफ से बर्मा पहुच गयी थी | जब दिल्ली में आजाद हिन्द फ़ौज के सैनिको पर मुकदमा चल रहा तो लक्ष्मी सहगल ने इसका घोर विरोध किया | अंग्रेज अधिकारियों ने उन्हें वापस लौटने का नोटिस दिया परन्तु वे दिल्ली से बाहर नही आयी | अंग्रेजो ने दूसरा नोटिस दिया तब उनको मजबूरन दिल्ली छोडना पड़ा | प्रतिबन्ध समाप्त होने के बाद वे भारत आयी और आजाद हिन्द फ़ौज के कर्नल सहगल से उन्होंने विवाह किया और वे डा.स्वामीनाथन से लक्ष्मी सहगल हो गयी |
विवाह के बाद उन्होंने कामपुर में मेडिकल प्रैक्टिस शुरू की | 1952 में लक्ष्मी सहगल ने देहात में डा.सुनन्दा बाई के साथ जाकर काम किया | 1971 में बांग्लादेश युद्ध में उन्होंने कलकत्ता में पीपुल्स रिलीफ पार्टी में शामिल होकर काम किया | 2002 में लक्ष्मी सहगल (Lakshmi Sahgal) ने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ा | 23 जुलाई 2012 को कानपुर में 97 वर्ष की उम्र में उनका देहांत हो गया | 1998 में लक्ष्मी सहगल (Lakshmi Sahgal) को पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया |